(शब्द नं. - 13)
जनवरी छायी बहार
टेक:- जनवरी छायी बहार, कि इसमें आए सिरजनहार,
जन्म दिन आया है।
कुल मालिक लिया अवतार, जी रूहें हुई हैं खुशहाल,
जन्म दिन आया है।।
1. अनामी देश छोड़ आए, वाली दो जहान दे,
जी वाली दो जहान दे।
तड़पदियां रूहां नू जी, नाल लै के जाणगे,
जी साथ लै के जाणगे।
आए ने सिरजनहार, जी रूहां दा करने छुटकार, जन्म...
2. जलालआने अज आके, लिया अवतार जी,
हो लिया अवतार जी।
माता आस कौर जाए*, नूर बेशुमार जी, * जन्म लिया
हो नूर बेशुमार जी।
पिता वरयाम सिंंह जी दे प्यारे, भवजल पार तरावनहारे, जन्म...
3. आके काल देश विच, मानुष चोला पा लेया,
जी रूप बदला लिया।
रूहां उत्ते दाता जी ने, तरस कमा लेया,
जी तरस कमा लेया।
जीवां लई दुनिया ते आए, बड़े प्यार नाल समझाएं, जन्म...
4. पिण्डां शहरां जाके सत्संग है लगाया जी,
हो बड़ा समझाया जी।
झूठा देश जीहनूं तुसां अपना बनाया जी,
हो असली बनाया जी।
सचखण्ड सच्चा देश, कि सानूं दित्ता एह सन्देश, जन्म...
5. अरब खरब सजदे, सतगुर प्यारेआ,
जी नूरी चेहरे वालेया।
पापी गुनाहगारां नूं जी, सीने नाल ला लेया,
जी सीने नाल ला लेया।
की की सिफ्त सुनाइए, मालिक जी बलिहारे जाइए, जन्म...
6. धूड़ तेरे चरणां दी, दासां दा दास जी,
हां दासां दा दास जी।
"मीत" बनाया जब, दिल किया वास जी,
हां दिल किया वास जी।
पल पल है गुण गाए, फिर भी जाते नहीं है गाए, जन्म...